રવિવાર, 19 ફેબ્રુઆરી, 2012

कोशिश

धागे ही चीर बनते हैं
तुक्के भी तीर बनते हैं
कोशिशें करते जो सदा
लोग वो वीर बनते हैं
कुमार एहमदाबादी

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