यादों का सहारा न होता
हमारा गुजारा न होता
हमारा गुजारा न होता
विरह रण में, विचरण के सिवा
क्यों दूजा? किनारा न होता!
शिखर' मिलता है, एक ही बार
वो मिलन, दुबारा न होता
'वो' गर चाहता, आईने का;
मैं भी क्या: दुलारा न होता!
न लगती तुझे, प्यार में चोट
तो तू, कवि-सितारा न होता
कुमार अहमदाबादी
मैं भी क्या: दुलारा न होता!
न लगती तुझे, प्यार में चोट
तो तू, कवि-सितारा न होता
कुमार अहमदाबादी
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