ગુરુવાર, 6 ઑક્ટોબર, 2011

कलम के सिपाही

कलम के सिपाही
कलम के सिपाही हम है, दुश्मन की तबाही हम है
पीएम के भाई हम है, परबत व राई हम है

सत्य की शहनाई और झूठ की रुसवाई हम है
शब्द की सच्चाई और अर्थ की गहराई हम है

चिंतक का चिंतन और दर्शन का मंथन हम है
धर्मो का संगम और एकता खा बंधन हम है

पेट की लाचारी और मानसिक बीमारी हम है
ममता एक कंवारी और जिम्मेदार फ़रारी हम है

रुप के शिकारी और वीणा के पुजारी हम है
दुल्हे की दुलारी और मीरा के मुरारी हम है

कुमार अमदावादी

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